Kavi Harishen
कवि हरिषेण
राजस्थान के मेवाड़ प्रांत में चित्रकूट के निवासी थे कवि हरिषेण। चित्रकूट को वर्तमान में चित्तौड़ कहा जाता है। उनका वंश धक्कड़ या धड़कट था जो उस समय का प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित वंश कहा जाता था। कवि हरिषेण के पिता का नाम गोवर्धन और माता का नाम गुणवती था। आपकी माता जी जैन धर्म पर दृढ श्रद्धान रखती थीं। कवि हरिषेण का समय विक्रम संवत 11वीं शताब्दी माना जाता है। कवि हरिषेण की एक रचना धर्म परीक्षा उपलब्ध है। यह धर्म परीक्षा अमित कृति आचार्य की धर्म परीक्षा के लगभग 26 वर्ष पूर्व लिखी गई थी। इस धर्म परीक्षा ग्रंथ में कथा के माध्यम से जैन शासन का गहराई से वर्णन किया गया है। इसमें 11 संधियां हैं।
Shastra by Kavi Harishen
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